नमस्कार दोस्तों मैं आयुष टंडन आपके लिए लाया एक महान विद्वान की कहानी तो चलिए शुरू करते हैं । राष्ट्रीय पिता के रूप में ख्याति प्राप्त मोहन दास करम चंद गांधी राजनीति के साथ साथ साहित्य के क्षेत्र में भी प्रखर माने जाते हैं।
देश काल की सीमा को लांघते हुए । समस्त विश्व को सत्य अहिंसा का त्याग,का पाठ पढ़ाया
सत्य बोलना ही सत्य नहीं है ।विचार और व्यवहार में भी सतय होना असली सत्य है।
यदि हम एक कसौटी मान लें तो हमें ऐ जानने में देर नहीं लगेगी
देश काल की सीमा को लांघते हुए । समस्त विश्व को सत्य अहिंसा का त्याग,का पाठ पढ़ाया
सत्य बोलना ही सत्य नहीं है ।विचार और व्यवहार में भी सतय होना असली सत्य है।
यदि हम एक कसौटी मान लें तो हमें ऐ जानने में देर नहीं लगेगी
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Mast
ReplyDeletebhai mast
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